Wednesday, March 7, 2018

मेरा तजुर्बा मंज़िल क्रिकेट टीम के साथ


मेरा तजुर्बा मंज़िल क्रिकेट टीम के साथ



हेल्लो, मेरा नाम राधिका है, मैं अपना तजुर्बा बताने जा रही हूँ ! मंज़िल की क्रिकेट टीम के साथ खेलकर मुझे जितना अच्छा लगा वो मेरे लिए लिखकर या मेरे शब्दों में बयाँ करना बहुत मुश्किल है | पर फिर भी मैं वो सारी बाते लिखकर जाहिर कर रही हूँ | मेरा पूरा नाम राधिका चोरसिया है, मैं मंज़िल की अंग्रेजी (प्रैक्टिस) की क्लास में अंग्रेजी सीखने आती हूँ |

मुझे क्रिकेट देखना बहुत पसंद है और उससे भी ज्यादा खेलना और फिर खेल में चाहे गुल्ली डंडा ही क्यों न हो | बचपन से ही मुझे खेलने का बहुत शौक़ है | अभी तक मेरी आधी ज़िंदगी ज्यादातर खेलों में ही गुजरी है | मैं आगे भी खेलना पसंद करुँगी | मैं आप लोगों को बता भी नही सकती कि जब मैंने मंज़िल में क्रिकेट खेलने का नोटिस देखा नोटिस देखते ही मैं उस समय कितनी खुश हुई थी, और मुझे मेरे जीवन का मौक़ा मिला है ढेर सारे दोस्त और पुराने दोस्तों के साथ खेलने का जिसका मुझे बहुत दिनों से इंतजार था | फिर मैंने उस नोटिस में हस्ताक्षर किये और (10 दिसम्बर 2017) को हम सभी मंज़िल के (24) बच्चे क्रिकेट खेलने के लिए निकल गए | 

मुझे सुन्दर नगर में क्रिकेट खेलने का मौक़ा मिला और इस खेल को जिन्होंने यह रूप दिया और जितने अच्छे से खिलाया वो है भावना दीदी | भावना दीदी ने हम सभी बच्चो के लिए पानी और खाने का सामान हमे प्रदान किया वो बहुत अच्छा लगा | हम सभी बच्चों ने एक साथ मिलकर खाना खाया और फिर दुबारा से खेलने के लिए तैयार हो गये | मुझे अपनी टीम में सभी साथी बहुत अच्छे लगे क्योंकि उन सब लोगों के चेहरे पर भी वो खेलने की ख़ुशी अलग ही झलक रही थी | साथ ही मुझे हमारे कप्तान (रियान) के साथ खेलना बहुत अच्छा लगा | दूसरी और के कप्तान भी बहुत खुश थे | मैंने जो ये क्रिकेट मैच खेला इससे हम सब के अंदर एकता नजर आ रही थी | उस दिन हम सब लोगों का अच्छे से अभ्यास भी हो गया | मैं राधिका अंत में ये गुज़ारिश करना चाहती हूँ कि आगे भी इसी तरह क्रिकेट का आयोजन होता रहे और हम सब मंज़िल के बच्चे सभी खेलों में आगे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते रहे |

धन्यवाद 

राधिका 
(छात्रा)     

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